भारत और किर्गिस्तान के मध्य छह समझौतों पर हस्ताक्षर हुए
भारत और किर्गिस्तान के बीच 20 दिसम्बर 2016 को 6 क्षेत्रों में समझौते हुए हैं, भारत की यात्रा पर आए किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और पीएम मोदी के बीच हुई शिष्टमंडल स्तर की बातचीत में दोनों देशों के आपसी सहयोग को और ज्यादा उंचाइयां देने पर सहमति बनी।
भारत के चार दिवसीय दौरे पर आए किर्गिस्तान के राष्ट्रपति आतम-बायेव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता हुई। बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही, कृषि, युवा विकास, प्रसारण समेत छह समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
द्विपक्षीय बातचीत के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत पश्चिम एशिया में शांति और समृद्धि लाने में किर्गिस्तान को अपना महत्वपूर्ण सहयोगी मानता है। दोनों देश हेल्थ केयर, टूरिज्म, आईटी, एग्रीकल्चर, माइनिंग और एनर्जी के क्षेत्र में अपनी आर्थिक साझेदारी बढ़ाएंगे।
राष्ट्रपति आतमबायेव की लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना में योगदान के लिए सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा लोकतांत्रिक मूल्य हम दोनों देशों को जोड़कर रखे हुए हैं। द्विपक्षीय बातचीत में दोनों देशों के बीच आतंकवाद और अतिवाद की चुनौतियों से निपटने के साथ ही युवाओं और समाज को सुरक्षित बनाने पर बातचीत हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश आपसी सैन्य अभ्यास को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने शांति और संपन्नता की कामना करते हुए यह उम्मीद जताई कि पूरी दुनिया जल्द ही आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त होगी। पिछले साल जुलाई में प्रधानमंत्री मोदी की किर्गिस्तान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी थी। किर्गिस्तान और भारत एक दूसरे के करीब तब और आए जब किर्गिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के साथ ही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की सदस्यता का समर्थन किया।
दोनो देशों के बीच आपसी संपर्क पहले से ही काफी मजबूत रहे हैं, इसी की एक बानगी है कि करीब 4500 भारतीय छात्र किर्गिस्तान के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। राष्ट्रपति आतमबायेव की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों में एक नए दौर की शुरुआत हुई है।
भारत और किर्गिस्तान सम्बन्ध:
भारत एवं किर्गिस्तान के बीच 2500 साल पुराने रिश्ते रहे हैं। दोनों देशों के बीच राजनीतिक एवं रक्षा, आर्थिक एवं वाणिज्यिक, शैक्षणिक एवं मानव संसाधन विकास, संस्कृति एवं पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रगाढ़ सहयोग हो रहा है।
किर्गिस्तान भारत को कितना सम्मान देता है, इसका परिचय राजधानी बिशकेक में महात्मा गांधी की प्रतिमा देख कर लगता है जो शहर के केन्द्र बिंदु में प्रमुख पार्क में स्थापित की गई है। किर्गिस्तान योग को भी महत्व देता है।
रक्षा संबंधों में प्रशिक्षण के साथ साथ अत्यधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्र में तैनात सैनिकों को होने वाले रोगों के उपचार के लिए एक अनुसंधान केन्द्र को लेकर भी सहयोग हो रहा है। उल्लेखनीय प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2015 में किर्गिस्तान सहित सभी मध्य एशियाई देशों की यात्रा की थी।
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